7 पर हम म से हर एक ख मसी को दान को परिनाम को अनुसार कृपा या दया भई हैं।
7 मान्तर आमचो थानले हरकोनी के मसीह चो दान चो सबुत चो अनुसार अनुग्रह मिरली से।
ओ न एक ख पाँच तोड़ा, दुसरा ख दो अर तीसरा ख एक: असो कि हर एक ख ओकी सक्ति ख अनुसार दियो, अर तब दूसरो देस चलो गयो।
काहेकि जेका परमेस्वर न भेजो हैं, उ परमेस्वर कि बात बोला करा हैं; काहेकि उ आत्मा नाप-नाप ख नी देवा।
काहेकि म उ दया का कारन जो मोखा ख मिलो हैं, तुम म से हर एक से कहूँ हैं कि जसो समझनो चाहिए ओ से बढ़ ख कोई भी अपनो तुम ख नी समझे; पर जसो परमेस्वर न हर एक ख विस्वास नतिज्जा को अनुसार बाट दियो हैं, वसो ही सुबुध्दि का संग अपनो ख समझे।
हम जे परमेस्वर को संग काम करन होन का नात से हम हुन तुम अदमी हुन से यू विनती करू हैं कि परमेस्वर कि जे किरपा तुम ख मिली हैं, ओ ख बेकार नी होन दे।
अदि तुम न परमेस्वर को उ दया को प्रबंध को समाचार सुना हो, जे तुम्हारो लाने मो ख दियो गयो,
मोरो ऊपर जे सब सुध्द संत हुन म से छोटो से भी छोटो हैं, या रहम या दया भई की मी सब दुसरी जात वाला हुन ख मसी को अगम्य धन को सुसमाचार सुनाऊ,
परमेस्वर न भी चिन्ह हुन ख तरह-तरह ख अदभुत काम अर करम अर सुध्द आत्मा ख वी दान दुवारा म जे ओकी इच्छा ख अनुसार उन ख दिया अर ओ न ओ ख प्रमाण कर ख दियो।
जे ख जो वरदान मिलो हैं, उ ओ ख परमेस्वर को हर एक तरीका को दया का लाने भण्डारी हुन को जसा एक दूसरा कि सेवा म लगो।