काहेकि तुमरो सुभाव पहिले यू दुनिया की रीति को हिसाब से, आकास म हक जमाना वालो मुखिया को जसो थो। तुम वा आत्मा को अनुसार चलत हता, जो अबा भी परमेस्वर ख बैरी हुन म काम करा हैं।
तुम लोग पाप हुन को वजे अऊर अपनो स्वभाव को खतना को अभाव को कारन मर गया था। परमेस्वर न तुम लोगो ख मसी को संग जी उठायो हैं। ओ न हमारो सब अपराध हुन ख माप करियो हैं।
काहेकि पहिले हम भी बेग्यानी, अर कहेना नी मानन वाला, अर गलत फैयमी म पड़िया अर कई तरीका कि मन की मरजी हुन अर सुख सान्ति की गुलामी म हता अर बैरभाव, अर गुस्सा करनो म जीवन बितात रह अर घिन्न करन वाला हता। अर एक दुसरा से बैर रखत रहा।