सब्द न सरीर रूप धर ख, हमरो बीच म आयो, अऊर हम न ओकी असी महेमा देखी जसो परमेस्वर बाप (पिता) को अकेलो पोरिया कि महेमा, जो किरपा अऊर सही से भरपूर हो ख हमारो बीच म ड़ेरा करो।
यीसु न ओसे कही, अरे फिलिप्पुस, मी इत्तो दिन से तुमरो संग म हैं, अर का तू मोखा नी जाना? जोना मोखा देखो हैं ओ ना परमेस्वर बाप ख देखो हैं। तू काहे बोला हैं कि परमेस्वर बाप ख हमका दिखा?
“काहेकि परमेस्वर न पुरा दुनिया ख इंसान हुन से असो प्रेम रख”, कि ओ न अपनो अकेलो पोरिया तक दे दियो, ताकि जो कोई ओपर भरोसा करे उ नास नी होन को, पर अनन्त जीवन पाहे।
अऊर आज दुनिया का देवता अविस्वासी हुन ख मन इत्तो अन्धोकार कर दियो हैं कि वी, परमेस्वर को जसो रूप म याने मसी को तेजोमय अच्छो समाचार कि उजाला ख देखन म असमर्थ हैं।
एकोलाने कि परमेस्वर ही आय, जे न बोल्यो कि, “अन्धेरा म से उजालो चमके,” अऊर उही हमारो मन हुन म चमको कि परमेस्वर कि बड़ाई करी कि उजालो यीसु मसी को मुँह से चमकिलो होए।
अर अमरता केवल उही की हैं, अर वह अगम्य ज्योति म रहव हैं, अर न उसे कोई अदमी न देखो अर न कभी देख सकह हैं। उस की प्रतिस्टा अर राज्य हमेसा हमेसा रहेगो। आमीन।
यु पोरिया परमेस्वर कि महिमा वह उन की महिमा को उजाला अर उन को तत्व को छाप हैं, अर सब चीज अपनी सक्ति को वचन से संभालयो हैं। उ पाप ख धो ख ऊँचो जगह पर महामहिम परमेस्वर ख जेनो तरफ जा ख बठयो;
भरोसा को वजे से उन न मिसर देस ख छोड़ दियो। उ राजा फिरोन को गुस्सा से नी डरीया, बल्कि हिम्मत से खडो रयो, मानलेव उ नी दिखई देन वालो परमेस्वर ख देखत होये।