जो बात मी न तुम से कही रह, ‘दास अपनो प्रभु से बड़ो नी होवा,’ ओखा याद रखनू। अदि उन ना मोखा सतायो, ते तुमका भी सताएँगो; अदि उन न मोरी बात मानी, ते तुम्हारी भी मानेगो।
ओ ना हमरो जोने आ ख पोलुस को अंगोछा लियो, अर अपना हात पाय बाँध ख कय्हो, “सुध्द आत्मा असो बोला हैं कि जो अदमी को यू अंगोछा आय, ओ ख यरूसलेम म यहूदी असोच ही तरीका से बाँधूँगो, अर दुसरी जात हुन को हात म सोपेगो।”
पर पोलुस न जवाब दियो, “तुम का करा हैं कि रो-रो ख मोरो मन तोड़ा हैं? मी तो प्रभु यीसु को नाम को लाने यरूसलेम म नी केवल बाँधी जान ही को लाने पर मरन को लाने भी तैयार हैं।”
यू वजह से मी इन दु: ख ख भी ऊठउ हैं लेकिन सरमऊ नी, काहेकि मी ओ ख जे पर मी न भरोसा कियो हैं, जानु हैं; अर मो ख भरोसा हैं कि वह मोरी धरोहर की उ दिन तक कि रखवाली कर सकह हैं।
मोरी उन यातनाएँ अऊर पीड़ा हुन म मोरो संग दियो हैं तुम ते जानह ही हैं कि अन्ताकिया, इकुनियुम अऊर लुस्रा म मो ख कित्ती भयंकर यातनाएँ दी गयी थी जिन ख मी न सहयो। किन्तु प्रभु न उन सब से मोरी रक्छा करी।
मी यूहन्ना, जो तुमरो भई आय अर यीसु को कलेस अर राज्य अर धीरज म तुमरो संग सामिल आय। परमेस्वर को वचन सुननो अर यीसु मसी की गवाई को कारन पतमुस नाम को टापू म हतो