57 तब उनना बड़ो आवाज से पुकार ख कान बंद कर लियो, अर एक संग ओ पर झपटियो;
57 तेबे हुनमन बड़े शब्द ले चिचयाऊन भाती कान के ढ़ाकला, आउर गोटक संगे हुनचो उपरे झपटला;
इ अदमी ख यहूदी हुन न पकड़ ख मार ड़ालन चावा हैं, पर जब मी न जानो कि रोमी हैं, ते पलटन लेय ख छुड़ा लायो।
जसा ही सभा अदमी हुन न स्तिफनुस कि बात हुन ख सुनी ते वी घुस्सा से आग बबुला हो ख उठायो अर ओपर दाँत पीसन लग गया।
एकोलाने ओ ना कय्हो, “देखो मी देख रयो हैं कि स्वर्ग खुल गयो हैं अर इंसान को पोरिया परमेस्वर को जेवनो तरफ खड़ो हैं।”
वी ओ ख घीसते हुए सहर ले गया अर ओपर पत्थर चलान लग गया। तभी विस्वासी हुन न अपना कपड़ा उतार ख साऊल नाम को एक जवान को पाय को जोने रख दियो।