7 पर पलटन को सरदार लूसियास न ओ ख जबरदस्ती छीन लियो,
7 मान्तर पलटन चो सरदार लुसियास हुनके जबरन आमचो हाथ ले झिकुन निलो,
जब वी ओ ख मार डालनो चाहत रह, ते पलटन को मुखिया ख खबर पहुँची कि पुरो यरूसलेम म कोला हल मच रयो हैं।
जन वी पायरी पर पहुँचिया, ते असो भयो कि भीड़ को दबाव को मारे सैनिक हुन ख ओ ख उठा ख ले जानो पड़ियो।
जब बेजा झगड़ा भयो ते पलटन को मुखिया (सरदार) न यू डर से कि वी पोलुस को टुकड़ा टुकड़ा नी कर डाले पलटन का आदेस दियो कि उतर ख ओ ख उनको बीच म से जबरदस्ती निकाले, अर गढ़ म ले जाव।
तब ओ न दो सतपति हुन ख बुलाय ख कय्हो, “दुई सव सैनिक, सत्तर सवार, अर दुई सव भालैत, पहर रात बीती कैसरिया ख जानू ख लियो तैयार कर रखियो हैं।
ओ न मन्दिर ख असुध्द करनो चाहयो, पर हमना ओ ख पकड़ लियो। हम न ओ ख अपन मूसा को नेम को अनुसार दण्ड दियो होतो;
अर मुद्दई हुन ख तोरो सामे आन की आग्या दी। इ सब बात हुन का जेके बारे म हम ओ पर आरोप लगावा हैं; तू तुम ही ओको परख कर ख जान लेगो।”