8 ते फिर हम म से हर एक उनख हमरी अपनी खुद की भासा म कोसे बोलते हुआ कसा सुन रय्हा हैं?
8 तेबे फेर केंव आमीमन ले हरकोनी आपलो-आपलो जनम भुईं चो भाषा सुनु से?
ओखा दादा जकरयाह सुध्द आत्मा से भर गयो, अर भविस्यवानी करन लगीयो:
वी सब चकित अर अचम्भा होय ख कहन लगिया, “देख, जे लोग हुन बोलत रय्हे हैं क सब गलीली प्रांत क ते नी?
हम जे पारथी, अर मेदी अर एलामी, अर मेसोपोटामिया, अर यहूदिया अर कप्पदूकिया, पुन्तुस अर आसिया,
अदि परमेस्वर न कलीसिया हुन म अलग अलग अदमी नियुक्त करियो हैं: पहले प्रेरित, दूसरो भविस्यवक्ता, तीसरो सिखान वालो, फिर सक्ति को काम करन वालो, फिर चोक्खो करन वाला, अऊर उपकार करन वाला, अऊर प्रबधन करन वाला, अऊर अलग अलग भासा बोलन वाला;