3 कि ऐको पहिन से हम नंगा नी दिखनू चाहे।
3 कि ऐचो पिन्दलो ले आमी बिन फटीई नी पाया जाऊं।
एकोलाने ते हम कनारा अऊर बड़ी आसा रख हैं कि अपनो स्वर्ग को घर (स्वर्गीय) ख पहिन ले
हम यू डेरा म रवा हैं; काहेकि हम बिना पुराना पकड़ा उत्तानो भी हम ख ओखा ऊपर नयो धारन करनो चाह हैं; जेसे जो मरनहार हैं उ जिन्दगी म डूब जाय हैं।
देखनु मी चोर को समान आऊ हैं; भलो हैं उ, जो जगते अर अपनो कपड़ा पहिन ख रवा हैं! कही असो नी होय की उ नंगो फिरे अर “अदमी हुन ओको नंगो पन ख देखे।”
एकोलाने मी तोखा सला देऊ हैं कि मोरी बात मान आग म तापायो वालो सोना मोसे मोल ले ला कि तू धनी हो जाय, अर सुपेत कपड़ा लेला की पहिन ख तोखा अपनो नंगोपन कि लाज नी आन कि, अर तोरी आँख म लगान को लाने सुरमा लेला कि तू देखन लग जाय।