“जब उन्होना पतरस अर यूहन्ना को साहस देखो,” अर यू जानो कि इ अनपढ़ अर साधारण इंसान हैं, ते आस्चर्य कियो; फिर ओको पहचानो कि ये यीसु क संग रय्हे चुके हुये हैं।
पर बरनबास न ओ ख अपना संग प्रेरित हुन क नजीक ले जाय ख ओको बतायो कि साऊल से मार्ग म प्रभु ख देखियो, अर ओ ना ओसे बात कियो; फिर दमिस्क म इन कसो हिम्मत से यीसु को नाम से प्रचार कियो।
एकोलाने कि हम म वही विस्वास कि आत्मा आय, जे का बारा मी लिखो हैं, “मी न विस्वास किरियो, एकोलाने बोल्यो गयो हैं।” पर हम भी विस्वास करिये हैं, एकोलाने बोल हैं।
मी तुम लोग हुन से खुल ख बोला करूँ हैं, मो ख तुम लोग हुन पर बड़ो घमण्ड करूँ हैं; ऐ से मोखा भरपूर कि सान्ति मिल हैं। अऊर मोरो सब दुख हुन म खुसी से बेजा भरपूर रहू।
मी ते उही लालसा अर आसा रखा हैं कि मी कोई भी बात म लज्जित नी होऊ, पर जसो मोरो सक्ति साहस को कारन मसी कि महिमा मोरी सरीर को दुवारा हमेसा होती रय्ह हैं, वसो ही अब भी हो, या मी जिन्दो रहू या मर जाऊ
पर तुम खुद ही जाना हैं कि हमका कुछ ही रोज पहिले फिलिप्पी सहर म दुख उठानो अर उपदद्रा झेलनो पर भी हमारो परमेस्वर न हम ख असी हिम्मत दियो, कि हम परमेस्वर को सुसमाचार भारी सताव हुन को होनो पर भी तुम ख सुनाते रैया।