हम ख मालूम हैं कि जे व्यक्ति परमेस्वर से प्रेम कर हैं, उनको लाने सब बात हुन मिल ख भलाई ही ख पैदा कर हैं; पर उन को लाने जे ओकी मर्जी को समान बुलायो हुयो हैं।
तुम नी धन को लालच करन वालो हो, अर जे तुमरो पास हैं उसी पर संतोस करो; काहे कि ओ न तो ख ही बोलयो हैं, “मी तो ख कभी नी छोड़न को, अर नी कभी तो ख त्यागूगो।”