22 सब तरीका की बुराई से बचियो रहनु।
22 सपाय परकार चो खराप ले बाचुन राहा।
बुराई का बदला कोई से बुराई नी कर; सब ख दृस्टि सब को जे अच्छो हैं ऊईच करन को विचार कर।
यू ईच कारन अदि खाना मोरो भई ख ठोकर खिलाएँ हैं, ते म कभी कुई रीति रिवाज से मांस नी खाऊँ हैं, नी होय कि म अपनो भई का ठोकर ख कारन बन जाऊ।
हम कोई बात म धोखा खान को कोई भी मऊका नी देव काहे कि हमारी सेवा पर कोई आरोप नी हैं।
एकोलाने अरे भई हुन, जो जो बात सच हैं, अर जो जो बात हुन समान योग्य हैं, अर जो जो बात हुन उचित हैं, अर जो जो बात सुध्द हैं, अर जो जो बात हुन अच्छी हैं, अर जो जो बात हुन मन ख अच्छो हैं, याने जो भी सद्गुण अर महिमा कि बात हैं उन पर चित लगाया करा।
ताकि बाहर वाला से मान-सम्मान लेनो, अर तुम ख कोई चिज की कमी नी रहन की।
सब बात हुन का परखो; जे अच्छी हैं ओखा पकड़ ख रहनू।
सान्ति को परमेस्वर खुद ही तुम ख पुरी तरीका से सुध्द करे; अर तुमरी आत्मा अर जान अर सरीर हमरो प्रभु यीसु मसी को आन तक पुरा-पुरो अर बेकसुर सभल ख रहे।
अऊर बेजा ख आगी म से झपट ख निकालो; अऊर बेजा पर डर को संग दया करो, पर उ कपड़ा कुरता से भी घृणा करो जे आँग को दुवारा कलंकित हो गयो हैं।