एकोलाने अरे भई हुन, जो जो बात सच हैं, अर जो जो बात हुन समान योग्य हैं, अर जो जो बात हुन उचित हैं, अर जो जो बात सुध्द हैं, अर जो जो बात हुन अच्छी हैं, अर जो जो बात हुन मन ख अच्छो हैं, याने जो भी सद्गुण अर महिमा कि बात हैं उन पर चित लगाया करा।
दुसरी जात हुन म तुमारो चाल चलन अच्छो होए; काहेकि जीन बात हुन म वी तुम ख बुरो काम जान ख बदनाम करिये हैं, वी तुमारा अच्छो काम हुन ख देख ख उन्ही का लाने दया दृस्टि का दिन परमेस्वर की महिमा करे।