एकोलाने कि मसी न भी, याने अधर्मी हुन को लाने धरमी न, पाप हुन का लाने एक बार दुख उठायो, काहेकि हम ख परमेस्वर को नजदीक पहुँचाए; उ सरीर का भाव से ते जख्म कियो गयो, पर आत्मा ख भाव से जिलायो गयो।
जिन न उ बीतो बखत म आग्या नी मानी, जब परमेस्वर नूह का दिन हुन म सान्ति रख ख रोको रय्हो, अर उ नाव बना रय्हो हता, जे म बैठ ख थोड़ा अदमी याने आठ प्रानी पानी को दुवारा बच गया।
काहेकि मरो हुयो ख भी अच्छो समाचार बताव हैं एकोलाने सुनायो गयो कि सरीर म ते अदमी हुन को हिसाब से उनको न्याव हो, पर आत्मा म वी परमेस्वर को हिसाब से जिन्दो रवह हैं।
तब मी ओखा पाय पड़न को लाने ओखा पाय हुन पा गिड गयो। ओ ना मोसे कय्हो, “देख असो मत करा,” मी तोरो अर तोरा भई हुन को संगी दास आय जो यीसु कि गवाई देन पा खड़ो हैं। परमेस्वर ही ख भजन करजे, काहेकि यीसु कि गवाई भविस्यवानी की आत्मा आय।