काहेकि सासक अच्छो काम करन वालो म नी, पर कुकरम करन वालो म डर पैदा करह हैं का तुम अधिकारी हुन को डर से बे फिकर रहवन चाहव हैं? ते ऊईच काम कर जे चोक्खो हैं वी तुमारी बड़ाई हैं।
हम ख मालूम हैं कि जे व्यक्ति परमेस्वर से प्रेम कर हैं, उनको लाने सब बात हुन मिल ख भलाई ही ख पैदा कर हैं; पर उन को लाने जे ओकी मर्जी को समान बुलायो हुयो हैं।
अर अच्छा भला काम म सुनाम रही होय, जे पोरिया-पारी को पालनो-पोसनो करो होय, मिजवान हुन की मिजवानी करी होय, सुध्द अदमी हुन ख पाय धोया होय दुखी अदमी हुन की मदत करी होय, अर हर एक भलो काम म मन लगायो होय।