कोई अदमी आत्मा-हीनता अऊर स्वर्ग दूत की पुजा करा ख तुम ख दऊड को प्रतिफल से वचित नी करे। असो अदमी देखी वाली बात म लगो रह हैं अर अपनी सरीर कि समझ पर बेकार फूल्यो हैं,
होसियार रहो कि कोई तुम ख उ तत्व-ग्यान अर बेकार धोखा को व्दारा अपनो अहेर नी बनो ले, जे अदमी हुन की रीति रिवाज हुन अऊर दुनिया की आदि सिक्छा को अनुसार ते हैं, पर मसी को अनुसार नी।