यीशु न उन्को सी कह्यो, “मय तुम सी सच कहू हय कि नयी सृष्टि म जब आदमी को बेटा अपनी महिमा को सिंहासन पर बैठेंन, त तुम भी जो मोरो पीछू भय गयो हय, बारयी सिंहासनों पर बैठ क, इस्राएल को बारयी गोत्रों को न्याय करो।
उच प्रतिज्ञा को पूरो होन की आशा लगायो हुयो, हमरो बारा गोत्र अपनो पूरो मन सी रात-दिन परमेश्वर की सेवा करत आयो हंय। हे राजा, योच आशा को बारे म यहूदी मोर पर दोष लगावय हंय।
फिर मय न नजर करी, अऊर देख्यो, ऊ मेम्ना सिय्योन पहाड़ी पर खड़ो हय, अऊर ओको संग एक लाख चौवालीस हजार लोग हंय, जिन्को मस्तक पर ओको अऊर ओको बाप को नाम लिख्यो हुयो हय।
हि सिंहासन को सामने अऊर चारयी प्रानियों अऊर बुजूर्ग लोग को सामने एक नयो गीत गाय रह्यो होतो। उन एक लाख चौवालीस हजार लोग ख छोड़ क, जो धरती पर सी मोल ले क छुड़ायो गयो होतो, उन्ख छोड़ दूसरों कोयी भी लोग ऊ गीत ख सीख नहीं सकत होतो।
हर एक गोत्र म सी बारा हजार पर मुहर लगायी गयी, यहूदा को गोत्र म सी बारा हजार पर मुहर दी गयी: रूबेन को गोत्र म सी बारा हजार पर, गाद को गोत्र म सी बारा हजार पर।