हर एक प्रतियोगी सब तरह को नियम को पालन करय हय; हि खेल म इनाम पावन लायी एक मुरझान वालो हार ख पावन लायी यो सब करय हंय, पर हम त ऊ हार लायी करय हंय जो मुरझान वालो नहाय।
भविष्य म मोरो लायी जीत को ईनाम रख्यो हुयो हय। जेक प्रभु, जो सच्चो अऊर सच्चायी हय, मोख ऊ दिन देयेंन, अऊर मोखच नहीं बल्की उन सब ख भी जो ओको प्रगट होन ख प्रिय जानय हंय।
धन्य हय हि जो या किताब ख पढ़य हय, अऊर धन्य हय हि भविष्यवानी को सन्देश ख सुनावय हय अऊर जो लिख्यो हय ओको अनुसार चलय हय; कहालीकि या सब बाते घटित होन को समय जवर हय।
जो दु:ख तोख झेलनो पड़ेंन, उन सी मत डर। देखो, शैतान तुम म सी कुछ ख जेलखाना म डालन पर हय ताकि तुम परख्यो जावो; अऊर तुम्ख दस दिन तक कठिनायी उठानो पड़ेंन। जीव जात तक विश्वास लायक रहो, त मय तोख विजय को मुकुट तोख जीवन देऊ।”
मय यो जानु हय कि तय उत रह्य हय जित शैतान को सिंहासन हय। तय मोरो संग सच्चो हय, अऊर मोरो पर विश्वास करन सी उन दिनो म भी पीछू नहीं हट्यो जिन्म मोरो विश्वास लायक गवाह अन्तिपास, तुम्हरो बीच ऊ जागा पर मार दियो गयो जित शैतान रह्य हय।
येकोलायी याद कर कि तय न कसी शिक्षा प्राप्त करी अऊर सुनी होती, अऊर ओको पालन कर अऊर पापों सी मन फिराव। यदि तय नहीं जाग्यो त मय चोर को जसो तोरो जवर आऊं, अऊर तय ऊ समय ख नहीं जान सकजो कि मय कब आऊं।
तब चौबीसों बुजूर्ग लोग सिंहासन पर बैठ्यो हय ओको चरनों म गिर क ऊ सदा हमेशा जीन्दो रहन वालो की आराधना करय हय। हि सिंहासन को सामने अपनो मुकुट डाल देवय हय अऊर कह्य हय,
ऊ सिंहासन को चारयी तरफ चौबीस सिंहासन अऊर होतो; अऊर इन सिंहासनों पर चौबीस बुजूर्ग लोग सफेद कपड़ा पहिन्यो हुयो बैठ्यो होतो, अऊर उन्को मुंड पर सोनो को मुकुट होतो।