प्रकाशितवाक्य 19:9 - परमेश्वर को सच्चो वचन नयो नियम
9 तब स्वर्गदूत न मोरो सी कह्यो, “यो लिख, कि धन्य हि हंय, जो मेम्ना को बिहाव को जेवन म बुलायो गयो हंय।” अऊर स्वर्गदूत न मोरो सी कह्यो, “यो परमेश्वर को सत्य वचन आय।”
यो सच कह्यो गयो हय, अऊर मय चाहऊ हय कि तय इन बातों को बारे म हिम्मत सी बोले येकोलायी कि जिन्न परमेश्वर पर विश्वास करयो हय, हि अच्छो-अच्छो कामों म लग्यो रहन को ध्यान रखे। या बाते अच्छी अऊर आदमियों को फायदा की हंय।
जब सातों गर्जन को आवाज सुनायी दे दियो, त मय लिखन ख होतो, पर मय न स्वर्ग सी यो आवाज सुन्यो, “जो बाते गर्जन को उन सात शब्दों सी सुनी हंय उन्ख गुप्त रखो, येख लिखो मत!”
फिर मय न स्वर्ग सी यो आवाज सुन्यो, “लिख: अब सी हि लोग धन्य होयेंन जो प्रभु म बन्यो रह्य क मरय हंय।” आत्मा कह्य हय, “हव, कहालीकि हि अपनो पूरो मेहनत सी आराम पायेंन, अऊर उन्को सेवा को फर उन्ख मिलेंन।”
येको बाद उन सात स्वर्गदूतों को जवर हि सात कटोरा होतो, उन्म सी एक न आय क मोरो सी यो कह्यो, “इत आव, ताकी बहुत सी नदियों को किनारे बैठी वा प्रसिद्ध वेश्या को सजा ख दिखाऊं।
अपनो इच्छा ख पूरो करन लायी परमेश्वर न उन सब ख एक मत कर क्, उन्को मन म योच बैठाय दियो हय कि, हि जब तक परमेश्वर को वचन पूरो नहीं होय जावय, तब तक शासन करन को अपनो अधिकार ऊ हिंसक पशु ख सौंप दे।
“सरदीस की मण्डली को दूत ख यो लिख। “जेको जवर परमेश्वर की सात आत्मायें अऊर सात तारा हंय, ऊ यो कह्य हय कि मय तोरो कामों ख जानु हय: लोगों को कहनो हय कि तय जीन्दो त हय, पर वास्तव म मरयो हुयो हय।
“फिलदिलफिया की मण्डली को दूत ख यो लिख: जो पवित्र अऊर सत्य हय, अऊर जो दाऊद की कुंजी रखय हय, अऊर जो दरवाजा ऊ खोलय हय, ओख कोयी बन्द नहीं कर सकय अऊर बन्द करयो हुयो ख कोयी खोल नहीं सकय, ऊ यो कह्य हय कि।”