प्रकाशितवाक्य 19:2 - परमेश्वर को सच्चो वचन नयो नियम
2 कहालीकि ओको न्याय सच्चो अऊर उचित हंय। ओन वा वेश्या को, जो अपनो व्यभिचार सी धरती ख भ्रष्ट करत होती, न्याय करयो अऊर परमेश्वर न अपनो सेवकों को खून को बदला लियो हय।”
हि परमेश्वर को सेवक मूसा अऊर मेम्ना को गीत गाय रह्यो होतो, “हि कर्म जिन्ख तय करय हय महान हय; तोरो कर्म अद्भुत हय, तोरी शक्ति अनन्त हय, प्रभु परमेश्वर, तोरो रस्ता सच्चो अऊर सच्चो सी भरयो हुयो हय, सब राष्ट्रों को राजा हय।”
कहालीकि सब राष्ट्रों न ओकी दारू मतलब अनैतिकता की भयंकर वासना ख पियो हय। यो धरती को राजावों न ओको संग अनैतिक व्यभिचार करयो हय अऊर यो जगत को व्यापारी ओको भोग वासना सी सम्पन्न बन्यो हंय।”
उन्न बड़ो आवाज सी पुकार क कह्यो, “हे सर्वशक्तिमान प्रभु, हे पवित्र अऊर सत्य; तय कब तक धरती को न्याय नहीं करजो? अऊर हम्ख मारन वालो ख कब तक सजा नहीं देजो?”