प्रकाशितवाक्य 17:1 - परमेश्वर को सच्चो वचन नयो नियम
1 येको बाद उन सात स्वर्गदूतों को जवर हि सात कटोरा होतो, उन्म सी एक न आय क मोरो सी यो कह्यो, “इत आव, ताकी बहुत सी नदियों को किनारे बैठी वा प्रसिद्ध वेश्या को सजा ख दिखाऊं।
फिर मय न आसमान म एक अऊर बड़ो अऊर अद्भुत चिन्ह देख्यो, मय न देख्यो की सात स्वर्गदूत सात आखरी महामारियों ख लियो हुयो हय, यो आखरी विनाश आय कहालीकि इन्को संग परमेश्वर को प्रकोप भी खतम होय जावय हय।
कहालीकि ओको न्याय सच्चो अऊर उचित हंय। ओन वा वेश्या को, जो अपनो व्यभिचार सी धरती ख भ्रष्ट करत होती, न्याय करयो अऊर परमेश्वर न अपनो सेवकों को खून को बदला लियो हय।”
तब स्वर्गदूत न मोरो सी कह्यो, “यो लिख, कि धन्य हि हंय, जो मेम्ना को बिहाव को जेवन म बुलायो गयो हंय।” अऊर स्वर्गदूत न मोरो सी कह्यो, “यो परमेश्वर को सत्य वचन आय।”
फिर जिन सात स्वर्गदूतों को जवर सात आखरी विपत्तियों सी भरयो हुयो सात कटोरा होतो, उन्म सी एक मोरो जवर आयो, अऊर मोरो संग बाते कर क् कह्यो, “इत आव, मय तोख दुल्हिन मतलब मेम्ना की पत्नी दिखाऊं।”
इन बातों को बाद जो मय न नजर करी त का देखूं हय, कि स्वर्ग म एक द्वार खुल्यो हुयो हय, अऊर जेक मय न पहिले तुरही को जसो आवाज सी अपनो संग बाते करतो सुन्यो होतो, उच कह्य हय, “यहां ऊपर आय जा; अऊर मय हि बाते तोख दिखाऊं, जेको इन बातों को बाद पूरो होनो जरूरी हय।”