कोयी रीति सी कोयी को धोका म नहीं आवनो, कहालीकि तब तक परमेश्वर को दिन नहीं आयेंन जब तक परमेश्वर को खिलाफ आखरी विद्रोह नहीं होयेंन, अऊर ऊ पाप को आदमी मतलब दुष्ट आदमी प्रगट नहीं होयेंन ओख नरक म डाल दियो जायेंन।
ऊ विरोध करय हय, अऊर हर एक सी जो हर एक ईश्वर यां पूजा की चिज को विरोध करय हय, अपनो आप ख ओको सी बड़ो ठहरावय हय, यहां तक कि ऊ परमेश्वर को मन्दिर म बैठ क अपनो आप ख ईश्वर ठहरावय हय।
पर वा बाई ख बड़ो गरूड़ को दोय पंखा दियो गयो कि सांप को सामने सी उड़ क जंगल म ऊ जागा पहुंच जाये, जित ओख अजगर को हमला सी सुरक्षित रखन म साढ़े तीन साल तक ध्यान रख्यो जायेंन।