प्रकाशितवाक्य 13:4 - परमेश्वर को सच्चो वचन नयो नियम
4 लोगों न अजगर की पूजा करी, कहालीकि ओन जनावर ख अपनो अधिकार दे दियो होतो, अऊर यो कह्य क हिंसक पशु की पूजा करी, “यो जनावर को जसो कौन हय? कौन येको सी लड़ सकय हय?”
अऊर उन अविश्वासियों लायी, जिन की बुद्धि यो जगत को शैतान को ईश्वर न अन्धी कर दियो हय, ताकि मसीह जो परमेश्वर को प्रतिरूप हय, ओको तेजोमय सुसमाचार को प्रकाश उन पर नहीं चमकेंन।
ऊ विरोध करय हय, अऊर हर एक सी जो हर एक ईश्वर यां पूजा की चिज को विरोध करय हय, अपनो आप ख ओको सी बड़ो ठहरावय हय, यहां तक कि ऊ परमेश्वर को मन्दिर म बैठ क अपनो आप ख ईश्वर ठहरावय हय।
ओकी पूछी न आसमान को तारा की एक तिहाई हिस्सा ख खीच क धरती पर फेक दियो। वा बाई जो बच्चा ख जनम देन वाली होती, ऊ अजगर ओको सामने खड़ो भयो कि जब वा बच्चा ख जनम दे, त ऊ बच्चा ख गिटक जाये।
जो हिंसक पशु मय न देख्यो ऊ चीता को जसो होतो; अऊर ओको पाय आसवल को जसो, अऊर मुंह सिंह को जसो होतो। ऊ अजगर न अपनी सामर्थ अऊर अपनो सिंहासन अऊर बड़ो अधिकार ओख दे दियो।
हि मेम्ना को विरुद्ध लड़ाई करेंन, पर मेम्ना अपनो बुलायो हुयो, चुन्यो हुयो अऊर विश्वास लायक अनुयायीयों ख जमा कर क् उन्ख हराय देयेंन, कहालीकि ऊ प्रभुवों को प्रभु अऊर राजावों को राजा आय।”
इन पर बाकी को असो मानव जाति न जो इन महामारी सी भी नहीं मरयो गयो होतो, अपनो हाथों को बनायो हुयो चिजों सी मन नहीं फिरायो, तथा दुष्ट आत्मावों की, यां सोनो, चांदी, कासा, गोटा अऊर लकड़ी की मूर्तियों की आराधना नहीं छोड़ी जो नहीं देख सकय हय, नहीं सुन सकय हय, अऊर नहीं चल सकय हंय।