तब आदमी को बेटा को चिन्ह आसमान म दिखायी देयेंन, अऊर तब धरती को सब गोत्र को लोग छाती पीटेंन; अऊर आदमी को बेटा ख बड़ी सामर्थ अऊर महिमा को संग आसमान को बादलो पर आवतो देखेंन।
“सूरज, अऊर चन्दा, अऊर तारों म चिन्ह दिखायी देयेंन; अऊर धरती पर देश–देश को लोगों ख संकट होयेंन, कहालीकि हि समुन्दर को गरजनो अऊर लहरो की भयानक आवाज सी घबराय जायेंन।
पर असो नहीं होय कि मय दूसरी कोयी बात को घमण्ड करू, केवल हमरो प्रभु यीशु मसीह को क्रूस को, जेको द्वारा जगत मोरी नजर म अऊर मय जगत की नजर म क्रूस पर चढ़ायो गयो हय।
मतलब उन सात तारा को भेद जिन्ख तय न मोरो दायो हाथ म देख्यो होतो, अऊर उन सात सोनो को दीवट को भेद: हि सात तारा सातों मण्डलियों को दूत आय, अऊर हि सात दीवट सात मण्डलियां हंय।
अऊर परमेश्वर को जो मन्दिर स्वर्ग म हय ऊ खोल्यो गयो, अऊर ओको मन्दिर म ओको वाचा को सन्दूक दिखायी दियो। अऊर बिजलियां, शब्द, गर्जन, भूईडोल भयो अऊर बड़ी गारगोटी गिरयो।
फिर मय न आसमान म एक अऊर बड़ो अऊर अद्भुत चिन्ह देख्यो, मय न देख्यो की सात स्वर्गदूत सात आखरी महामारियों ख लियो हुयो हय, यो आखरी विनाश आय कहालीकि इन्को संग परमेश्वर को प्रकोप भी खतम होय जावय हय।