28 अऊर कोयी बात म विरोधियों सी डरो मत। हमेशा साहसी रहो, अऊर यो उन्को लायी विनाश को स्पष्ट चिन्ह हय, पर तुम्हरो लायी उद्धार को अऊर यो परमेश्वर को तरफ सी हय।
बल्की तुम खुदच जानय हय कि फिलिप्पी म आवन को पहिले कसो दु:ख अऊर अपमान सह्यो? पर भी हमरो परमेश्वर न हम्ख असो हिम्मत दियो, कि हम परमेश्वर को सुसमाचार बहुत विरोध होतो हुयो भी तुम्ख सुनायो।
जो दु:ख तोख झेलनो पड़ेंन, उन सी मत डर। देखो, शैतान तुम म सी कुछ ख जेलखाना म डालन पर हय ताकि तुम परख्यो जावो; अऊर तुम्ख दस दिन तक कठिनायी उठानो पड़ेंन। जीव जात तक विश्वास लायक रहो, त मय तोख विजय को मुकुट तोख जीवन देऊ।”