“मय त पानी सी तुम्ख मन फिराव को बपतिस्मा देऊ हय; पर जो मोरो बाद आवन वालो हय; ऊ मोरो सी ताकतवर हय; कि मय ओको पाय कि चप्पल उठावन को लायक नहाय। ऊ तुम्ख पवित्र आत्मा अऊर आगी सी बपतिस्मा देयेंन।
अऊर उन्न यूहन्ना को जवर जाय क ओको सी कह्यो, “हे गुरु, जो आदमी यरदन नदी को जवर तोरो संग होतो, अऊर जेको बारे म तय न बतायो होतो; ऊ बपतिस्मा देवय हय, अऊर सब ओको जवर जावय हंय।”