3 अऊर येकोलायी, मान्यवर थियुफिलुस मोख भी यो ठीक मालूम भयो कि उन सब बातों को पूरो हाल सुरूवात सी ठीक-ठीक जांच कर क्, उन्ख तोरो लायी एक को बाद एक लिखूं।
प्रिय थियुफिलुस: बहुत सो न उन बातों ख जो हमरो बीच म बीती हंय, इतिहास लिखन म हाथ लगायो हय।
हे प्रिय, थियुफिलुस, मय न पहिली किताब उन सब बातों को बारे म लिख्यो जो यीशु सुरूवात सी करतो अऊर सिखावत रह्यो,
तब पतरस न उन्ख सुरूवात सी एक को बाद एक ख कह्य सुनायो:
“येकोलायी मोरो बिचार यो हय कि गैरयहूदियों म सी जो लोग परमेश्वर को तरफ फिरय हंय, हम उन्ख दु:ख नहीं देबो;
येकोलायी हम न एक मन होय क ठीक समझ्यो कि चुन्यो हुयो आदमियों ख अपनो प्रिय बरनबास अऊर पौलुस को संग तुम्हरो जवर भेज्यो।
पवित्र आत्मा ख अऊर हम ख ठीक जान पड़्यो कि इन जरूरी बातों ख छोड़, तुम पर अऊर बोझ नहीं डाले
तब कुछ दिन रह्य क ऊ उत सी निकल्यो, अऊर एक तरफ सी गलातिया अऊर फ्रूगिया प्रदेशों म सब चेलां ख स्थिर करतो फिरयो।
“महानुभव फेलिक्स शासक ख क्लौदियुस लूसियास को नमस्कार।”
येख हम सब जागा अऊर सब तरह सी धन्यवाद को संग मनाजे हंय।
पर पौलुस न कह्यो, “हे महानुभव फेस्तुस, मय पागल नहाय, पर सच्चायी अऊर बुद्धि को बाते कहू हय।
भाऊ अपुल्लोस सी मय न बहुत बिनती करी हय कि तुम्हरो जवर भाऊ को संग जाये; पर ओन यो समय जान की कुछ भी इच्छा नहीं जतायी, पर जब समय मिलेंन तब आय जायेंन।
पर यदि वा बिना बिहाव कि रहे यदि वसीच रहे, त मोरो बिचार म अऊर भी धन्य हय; अऊर मय समझू हय कि परमेश्वर को आत्मा मोर म भी हय।
यदि तय भाऊवों ख इन बातों को याद दिलातो रहजो, अऊर विश्वास की सच्चायी सी अऊर अच्छी शिक्षा की बातों सी, जो तय मानत आयो हय त मसीह यीशु को अच्छो सेवक ठहरजो।