पर इन सब बातों सी पहिले हि मोरो नाम को वजह तुम्ख पकड़ेंन, अऊर सतायेंन, अऊर सभावों म सौंपेंन, अऊर जेलखाना म डलवायेंन, अऊर राजावों अऊर शासकों को आगु लिजायेंन।
पौलुस न कह्यो, “परमेश्वर सी मोरी प्रार्थना हय कि का थोड़ो म का बहुत म, केवल तयच नहीं पर जितनो लोग अज मोरी सुनय हंय, इन बन्धनों ख छोड़ हि मोरी जसो होय जाये।”
यदि हम कठिनायी उठायजे हंय, त या तुम्हरी शान्ति अऊर मुक्ति लायी हय; यदि हम खुश हंय, त या तुम्हरो खुशी लायी हय; जेको प्रभाव सी तुम धीरज को संग उन कठिनायियों ख सह लेवय हय, जिन्ख हम भी सहजे हंय।
मय पौलुस जो तुम्हरो संग होन पर नम्र अऊर दीन हय, पर जब मय दूर होऊ हय त तुम्हरो संग कठोर व्यवहार करू हय मसीह की नम्रता अऊर कोमल स्वभाव अऊर दया सी समझाऊ हय।
पर हे भाऊवों अऊर बहिनों, यदि मय अज भी जसो की कुछ समझय हय खतना करनो महत्वपूर्ण हय यो प्रचार करू हय, त मोख अब तक ठोकर कहाली दियो जाय रह्यो हय? अब त मसीह को क्रूस को प्रचार करन को वजह पैदा भयी मोरी सब बाधाये खतम होय जानो चाहिये।
मोख यो उचित लगय हय कि मय तुम सब लायी असोच बिचार करू, कहालीकि तुम मोरो मन म बैठ्यो हय, मय कैद म हय तब भी अऊर सुसमाचार लायी उत्तर अऊर प्रमान देन म तुम सब मोरो संग अनुग्रह म सहभागी हय।
अऊर येको संगच संग हमरो लायी भी प्रार्थना करतो रहो, परमेश्वर हमरो लायी मसीह को ऊ भेदो को सुसमाचार सुनावन लायी अच्छो मौका प्रदान करे जेको वजह मय कैद म हय।
येकोलायी हमरो प्रभु की गवाही सी, अऊर मोरो सी जो मसीह को कैदी हय, लज्जित मत हो, पर ऊ सामर्थ जो परमेश्वर न तोख दी हय ओको अनुसार सुसमाचार को लायी मोरो संग दु:ख उठाव।
जो दु:ख तोख झेलनो पड़ेंन, उन सी मत डर। देखो, शैतान तुम म सी कुछ ख जेलखाना म डालन पर हय ताकि तुम परख्यो जावो; अऊर तुम्ख दस दिन तक कठिनायी उठानो पड़ेंन। जीव जात तक विश्वास लायक रहो, त मय तोख विजय को मुकुट तोख जीवन देऊ।”