3 कहालीकि असो समय आयेंन जब लोग सच्चो उपदेश नहीं सह सकेंन, ऊ केवल खुद ख समाधान मिले असी बाते कानो सी सुनन को लायी अपनी अभिलाषावों को अनुसार अपनो लायी बहुत सो उपदेशक जमा कर लेयेंन,
उच समय धर्मशास्त्रियों अऊर मुख्य याजकों न यीशु को पकड़नो चाह्यो, कहालीकि हि समझ गयो होतो कि ओन हमरो पर यो दृष्टान्त कह्यो; पर हि लोगों सी डरत होतो।
“हाय तुम पर जब सब आदमी तुम्ख भलो कहेंन, कहालीकि उन्को बाप-दादा झूठो भविष्यवक्तावों को संग भी असोच करत होतो।
पर मय जो सच कहू हय, येकोच लायी तुम मोरो विश्वास नहीं करय।
येकोलायी कि सब एथेंस को रहन वालो अऊर परदेशी जो उत रहत होतो, नयी-नयी बाते कहन अऊर सुनन को अलावा अऊर कोयी काम म समय नहीं बितात होतो।
हे भाऊवों-बहिनों, जब मय परमेश्वर को भेद सुनावतो हुयो तुम्हरो जवर आयो, त शब्दों यां ज्ञान की उत्तमता को संग नहीं आयो।
अऊर मोरो वचन, अऊर मोरो प्रचार म ज्ञान की लुभावन वाली बाते नहीं, पर आत्मा को सामर्थ को सबूत होतो,
त का तुम सी सच बोलन को वजह मय तुम्हरो दुश्मन बन गयो हय?
व्यभिचारियों, पुरुषगामियों, गुलामों ख बेचन वालो, झूठ बोलन वालो, अऊर झूठी गवाही देन वालो, अऊर इन्को अलावा सच्चो सिद्धान्त की शिक्षा को सब विरोधियों को लायी ठहरायो गयो हय।
जो सही बाते मोरो सी सुनी हय कि प्रभु यीशु मसीह म अच्छी शिक्षा, विश्वास अऊर प्रेम को संग, एक आदर्श को रूप म कायम रख।
हि तुम सी कहत होतो, “आखरी को दिनो म असो लोग प्रगट होयेंन जो ठट्ठा करन वालो होयेंन हि लोग जो अपनीच अभक्ति की इच्छावों को अनुसार चलेंन।”