आराम को दिन हम नगर की द्वार को बाहेर नदी को किनार यो समझ क गयो कि उत प्रार्थना करन की जागा होना, अऊर बैठ क उन बाईयों सी जो जमा भयी होती, बाते करन लग्यो।
अऊर यदि सन्देश सुनन वालो न भेज्यो नहीं जाये, त कसो प्रचार करेंन? जसो शास्त्र म लिख्यो हय, “उन्को पाय का सुहावनो हंय, जो सुसमाचार ख लावय हय, जो अच्छी बातों को सुसमाचार सुनावय हंय!”
अऊर मय परमेश्वर को द्वारा मण्डली को सेवक बनायो गयो हय, जेन मोख तुम्हरी भलायी करन लायी यो काम दियो। अऊर यो कार्यभार पूरी रीति सी ओको सन्देशो की घोषना करय हय।
अऊर येको संगच संग हमरो लायी भी प्रार्थना करतो रहो, परमेश्वर हमरो लायी मसीह को ऊ भेदो को सुसमाचार सुनावन लायी अच्छो मौका प्रदान करे जेको वजह मय कैद म हय।
यदि कोयी अपनो आप ख बुरी बातों सी शुद्ध करे, त ऊ खास अवसर वापरन को लायी अऊर खास उद्देश को संग कहालीकि ऊ अपनो मालिक लायी समर्पित अऊर उपयोगी होयेंन, अऊर हर एक अच्छो काम लायी उपयोग म लायो जायेंन।
हे भाऊवों अऊर बहिनों, मय तुम सी आग्रह करू हय कि यो प्रोत्साहन को सन्देश ख धीरज को संग सुनो, कहालीकि या चिट्ठी जो मय न तुम्हरो लायी लिखी गयी हय जादा लम्बी नहाय।