पर मय न उन्ख उत्तर दियो कि रोमियों की यो रीति नहाय कि कोयी आदमी ख सजा लायी सौंप दे, जब तक ओख अपनो आरोप लगावन वालो को आगु खड़ो होय क अपनो बचाव म उत्तर देन को अवसर नहीं मिलय।
येकोलायी देखो, याच बात सी कि तुम्ख परमेश्वर को तरफ सी दु:ख भयो तुम म कितनो उत्साह अऊर खुद को बचाव अऊर शोक, अऊर डर, अऊर बढ़ती इच्छा, अऊर आस्था अऊर न्याय देन को बिचार पैदा भयो? तुम न सब तरह सी यो सिद्ध कर दिखायो कि तुम या बात म गलत नहाय।
पर दूसरों लोग सच्चायी को संग नहीं, बल्की स्वार्थपूर्न इच्छा सी मसीह को प्रचार करय हय; कहालीकि हि सोचय हय कि येको सी हि कैद म मोरो लायी मुश्किले पैदा कर सकेंन।
मोख यो उचित लगय हय कि मय तुम सब लायी असोच बिचार करू, कहालीकि तुम मोरो मन म बैठ्यो हय, मय कैद म हय तब भी अऊर सुसमाचार लायी उत्तर अऊर प्रमान देन म तुम सब मोरो संग अनुग्रह म सहभागी हय।
कहालीकि देमास न यो जगत ख प्रिय जान क मोख छोड़ दियो हय अऊर थिस्सलुनीके नगर ख चली गयो हय। क्रेसेन्स गलातिया प्रदेश ख चली गयो अऊर तीतुस दलमतिया ख चली गयो हय।
पर अपनो मन म मसीह को लायी आदर रखो, अऊर ओख प्रभु जान क आदर देवो। अऊर यदि कोयी तुम्ख अपनी आशा को बारे म जो तुम म हय समझावन ख कहेंन त ओख उत्तर देन लायी हमेशा तैयार रहो,