अरिस्तर्खुस, जो जेलखाना म मोरो संग कैदी हय, तथा बरनबास को भाऊ मरकुस को तुम्ख नमस्कार, मरकुस को बारे म तुम आज्ञा पा चुक्यो हय कि यदि ऊ तुम्हरो जवर आये त ओको स्वागत करजो।
यदि कोयी अपनो आप ख बुरी बातों सी शुद्ध करे, त ऊ खास अवसर वापरन को लायी अऊर खास उद्देश को संग कहालीकि ऊ अपनो मालिक लायी समर्पित अऊर उपयोगी होयेंन, अऊर हर एक अच्छो काम लायी उपयोग म लायो जायेंन।