यो वजह मय इन दु:खों ख भी उठाऊ हय, पर लजाऊ नहीं, कहालीकि मय ओख जेक पर मय न विश्वास करयो हय, जानु हय; अऊर मोख निश्चय हय कि वा मोरी धरोहर की ऊ दिन तक रखवाली कर सकय हय।
भविष्य म मोरो लायी जीत को ईनाम रख्यो हुयो हय। जेक प्रभु, जो सच्चो अऊर सच्चायी हय, मोख ऊ दिन देयेंन, अऊर मोखच नहीं बल्की उन सब ख भी जो ओको प्रगट होन ख प्रिय जानय हंय।