हम यो भी जानजे हय कि व्यवस्था अच्छो लोग को लायी नहाय पर व्यवस्था तोड़न वालो, विद्रोही, परमेश्वर को अपमान करन वालो, पापियों, अपवित्र अऊर अधार्मिक आदमियों, माय बाप को, हत्या करन वालो।
विश्वास को द्वारा हाबील न परमेश्वर ख कैन जसो उचित बलिदान चढ़ायो होतो, अऊर ओको विश्वास को द्वाराच सच्चायी सी चलन वालो आदमी होन की परमेश्वर सी सहमती हासिल करी कहालीकि परमेश्वर खुदच ओको दाना ख स्वीकार करयो। येको मतलब हाबील विश्वास को वजह ऊ अज भी बोलय हय जब की ऊ मर चुक्यो हय।
येकोलायी तुम आपस म एक दूसरों को आगु अपनो-अपनो पापों ख मान लेवो, अऊर एक दूसरों को लायी प्रार्थना करो, जेकोसी चंगो होय जावो: सच्चो लोग की प्रार्थना सामर्थीकारक अऊर प्रभावशाली होवय हय।