4 कहालीकि जब परमेश्वर न उन स्वर्गदूतों ख जिन्न पाप करयो, उन्ख भी नहीं छोड़्यो, पर नरक म भेज क अन्धारो कुण्ड म जंजीरो सी जकड़ दियो ताकि न्याय को दिन तक बन्दी रहे;
तुम अपनो बाप शैतान सी आय अऊर अपनो बाप की लालसावों ख पूरो करनो चाहवय हय। ऊ त सुरूवात सी हत्यारों हय अऊर सत्य पर स्थिर नहीं रह्यो, कहालीकि सत्य ओको म हयच नहाय। जब ऊ झूठ बोलय, त अपनो स्वभाव सीच बोलय हय; कहालीकि ऊ झूठो हय बल्की झूठ को बाप हय।
ऊ समुन्दर की भयानक लहर जसो हय जो अपनी लज्जा पूरो कार्यो ख फेस दिखाती रह्य हंय, हि भटकतो तारा जसी रह्य हंय, जिन्को लायी परमेश्वर न अनन्त घोर अन्धारो सुनिश्चित कर दियो हय।
तुम्ख यो भी याद दिलानो चाहऊ हय जो स्वर्गदूतों न अपनी सत्ता ख बनाय क नहीं रख सक्यो पर अपनी निजी निवास ख छोड़ दियो, ओन उन्की भी ऊ कठिन दिन को न्याय को लायी अन्धारो म, जो सनातन काल को लायी हय, बन्धनों म रख्यो हय।
उन्को भरमावन वालो शैतान आगी अऊर गन्धक की ऊ झील म, जेको म ऊ हिंसक पशु अऊर झूठो भविष्यवक्ता भी होयेंन, इन दोयी ख डाल दियो जायेंन; अऊर हि रात दिन हमेशा हमेशा तकलीफ म तड़पतो रहेंन।