16 अऊर ओको पाप को बारे म ओख फटकार पड़ी, यहां तक कि अबोल गधी न आदमी की बोली सी ऊ भविष्यवक्ता ख ओको बावलोपन सी रोक्यो।
येकोलायी जब तुम जगत को धन म सच्चो नहीं ठहरो, त विश्वास को धन तुम्ख कौन सौंपेंन?
हर आराधनालय म मय उन्ख ताड़ना दिलाय दिलाय क यीशु की निन्दा करवात होतो, इत तक कि गुस्सा को मारे असो पागल भय गयो कि बाहेर को नगरो म भी जाय क उन्ख सतावत होतो।