9 पर जो धनी होनो चाहवय हंय, हि असी परीक्षा अऊर फन्दा अऊर बहुत सी मुर्खतापूर्न अऊर हानिकारक लालसा म फसय हंय, जो आदमियों ख बिगाड़ देवय हंय अऊर विनाश की गहरी खायी म ढकेल देवय हंय।
हम यो भी जानजे हय कि व्यवस्था अच्छो लोग को लायी नहाय पर व्यवस्था तोड़न वालो, विद्रोही, परमेश्वर को अपमान करन वालो, पापियों, अपवित्र अऊर अधार्मिक आदमियों, माय बाप को, हत्या करन वालो।
कहालीकि पैसा को लोभ सब तरह की बुरायीयों की जड़ी आय, जेक हासिल करन की कोशिश करतो हुयो बहुत सो न विश्वास सी भटक क अपनो आप ख कुछ तरह को दु:खों म फस गयो हय।
हि लोभ को लायी बाते बनाय क तुम्ख अपनो फायदा को वजह बनायेंन, अऊर जो सजा की आज्ञा उन पर पहिले सी भय गयी हय, ओको आनो म कुछ भी देर नहाय, अऊर उन्को विनाश सक्रिय हय।