जब हि यरूशलेम पहुंच्यो, त मण्डली अऊर प्रेरित अऊर बुजूर्ग उन्को सी खुशी को संग मिल्यो, अऊर उन्न बतायो कि परमेश्वर न उन्को संग होय क कसो–कसो काम करयो होतो।
येकोलायी हर एक को कर चुकायो करो; जेक कर होना, ओख कर देवो; जेकोसी डरनो चाहिये, ओको कर दोय; जेकोसी सम्मान चाहिये ओको सी डरो; जेको आदर करनो चाहिये, ओको आदर करो।
हे भाऊवों अऊर बहिनों, यदि कोयी आदमी कोयी अपराध म पकड़्यो भी जाये त तुम जो आत्मिक हो, नम्रता को संग असो ख सम्भालो, अऊर अपनी भी चौकसी रखो कि तुम भी परीक्षा म मत पड़ो।
पर जो ज्ञान स्वर्ग सी आवय हय ऊ पहिले त पवित्र होवय हय फिर मिलनसार, नरम स्वभाव अऊर शान्तिमय अऊर दया अऊर अच्छो फरो सी लद्यो हुयो अऊर पक्षपात अऊर निष्कपट होवय हय।
मय बुजूर्ग को तरफ सी वा चुनी हुयी, बाई अऊर ओको बच्चां को नाम, जिन्कोसी मय सच्चो प्रेम रखू हय, अऊर केवल मयच नहीं बल्की हि सब भी प्रेम रखय हंय जो सच ख जानय हंय।
ऊ सिंहासन को चारयी तरफ चौबीस सिंहासन अऊर होतो; अऊर इन सिंहासनों पर चौबीस बुजूर्ग लोग सफेद कपड़ा पहिन्यो हुयो बैठ्यो होतो, अऊर उन्को मुंड पर सोनो को मुकुट होतो।