3 जो बिहाव करन सी रोकेन, अऊर भोजन की कुछ चिजों सी दूर रहन की आज्ञा देयेंन, जिन्ख परमेश्वर न येकोलायी बनायो कि विश्वासी अऊर सच को पहिचानन वालो ओख धन्यवाद को संग खाये।
तब यीशु न लोगों ख घास पर बैठन ख कह्यो, अऊर उन पाच रोटी अऊर दोय मच्छी ख लियो; अऊर स्वर्ग को तरफ देख क धन्यवाद करयो अऊर रोटी तोड़-तोड़ क चेलावों ख दियो, अऊर चेलावों न लोगों ख।
जो कोयी एक दिन ख महत्वपूर्न मानय हय, ऊ प्रभु को आदर लायी मानय हय। जो सब कुछ खावय हय, ऊ प्रभु ख आदर देनो को लायी खावय हय, कहालीकि ऊ अपनो परमेश्वर को धन्यवाद करय हय, अऊर जो कुछ नहीं खावय, ऊ प्रभु ख आदर देनो को लायी नहीं खावय अऊर परमेश्वर को धन्यवाद करय हय।
भोजन पेट लायी, अऊर पेट भोजन लायी हय, पर परमेश्वर येख अऊर ओख दोयी ख नाश करेंन। पर शरीर अनैतिक सम्बन्ध लायी नहाय, बल्की प्रभु की सेवा लायी आय, अऊर प्रभु शरीर की देखभाल करय हय।
हर तरह की विचित्र शिक्षावों सी भरमायो मत जावो, हमरो दिलो को लायी यो अच्छो हय हि अनुग्रह को द्वारा मजबूत बने नहीं की खान पीवन सम्बन्धित नियमों ख माननो सी, जिन्कोसी उन्को कभी कोयी फायदा नहीं भयो जिन्न उन्ख मान्यो।