9 पर भाईचारा कि प्रीति को बारे म यो जरूरी नहाय कि मय तुम्हरो जवर कुछ लिखूं, कहालीकि आपस म प्रेम रखनो तुम न खुदच परमेश्वर सी सिख्यो हय;
अऊर ओकोच जसो यो दूसरी भी हय कि तय अपनो पड़ोसी सी अपनो जसो प्रेम रख।
पर सहायक यानेकि पवित्र आत्मा जेख बाप मोरो नाम सी भेजेंन, ऊ तुम्ख सब बाते सिखायेंन, अऊर जो कुछ मय न तुम सी कह्यो हय, ऊ सब तुम्ख याद दिलायेंन।”
विश्वास करन वालो की मण्डली एक चित्त अऊर एक मन की होती, यहां तक कि कोयी भी अपनी जायजाद अपनी नहीं कहत होतो, पर सब कुछ साझा म होतो।
भाईचारा को प्रेम सी एक दूसरों सी प्रेम करनो अऊर एक दूसरों को लायी आदर दिखावन को लायी उत्सुक होनो चाहिये।
अब ऊ सेवा को बारे म जो पवित्र लोगों लायी करी जावय हय, मोख तुम ख लिखनो जरूरी नहाय।
हम म सी जितनो आत्मिकता म सिद्ध हंय, ऊ योच दृष्टिकोन रखे, अऊर यदि कोयी बात म तुम्हरो अऊरच बिचार हय त परमेश्वर ओख भी तुम पर प्रगट कर देयेंन।
पर हे भाऊवों अऊर बहिनों, येकी जरूरत नहाय कि समयो अऊर कालो को बारे म तुम्हरो जवर कुछ लिख्यो जाये।
“प्रभु कह्य हय कि जो वाचा मय उन दिनो को बाद उन्को सी बान्धू ऊ यो आय कि मय अपनो व्यवस्था ख उन्को दिलो म बसाऊं अऊर ओख मय उन्को मनों म लिखूं।”
एक दूसरों म भाईचारा की प्रेम बन्यो रहे।
आखरी म तुम सब को सब एक मन अऊर कृपामय सहानुभूति, भाऊवों सी प्रेम रखन वालो, अऊर दयालुता सी, अऊर एक दूसरों सी नम्र बनो।
सब म बड़ी बात या हय कि एक दूसरों सी घनिष्ट प्रेम रखो, कहालीकि प्रेम कुछ पापों ख झाक देवय हय।
अऊर तुम्हरो परमेश्वर की भक्ति म मसीह भाईचारा ख; अऊर मसीह भाईचारा म प्रेम ख जोड़ो।
जो कोयी अपनो भाऊ सी प्रेम रखय हय ऊ ज्योति म रह्य हय, अऊर कोयी को ठोकर को वजह नहीं बनय।
कहालीकि जो समाचार तय न सुरूवात सी सुन्यो, ऊ यो आय कि हम एक दूसरों सी प्रेम रखो;
ओकी आज्ञा यो हय कि ओको बेटा यीशु मसीह को नाम पर विश्वास करे, अऊर जसो मसीह न हम्ख आज्ञा दियो हय ओकोच अनुसार आपस म प्रेम रखे।
ओको सी हम्ख या आज्ञा मिली हय, कि जो कोयी परमेश्वर सी प्रेम रखय हय ऊ अपनो भाऊ अऊर बहिन सी भी प्रेम रखे।