पर मय अपनो जीव ख कुछ नहीं समझू कि ओख प्रिय जानु, बल्की यो कि मय अपनी दौड़ ख अऊर ऊ सेवा ख पूरी करू, जो मय न परमेश्वर को अनुग्रह को सुसमाचार पर गवाही देन लायी प्रभु यीशु सी पायो हय।
येकोलायी तुम, हे भाऊवों-बहिनों, परमेश्वर की उन मण्डलियों म जो बाते भयी जो यहूदिया म मसीह यीशु म हंय, कहालीकि तुम न भी अपनो लोगों सी वसोच छल पायो जसो उन्न यहूदियों सी पायो होतो,
बल्की तुम खुदच जानय हय कि फिलिप्पी म आवन को पहिले कसो दु:ख अऊर अपमान सह्यो? पर भी हमरो परमेश्वर न हम्ख असो हिम्मत दियो, कि हम परमेश्वर को सुसमाचार बहुत विरोध होतो हुयो भी तुम्ख सुनायो।