6 हम परमेश्वर को आय। जो परमेश्वर ख जानय हय, ऊ हमरी सुनय हय; जो परमेश्वर ख नहीं जानय ऊ हमरी नहीं सुनय। यो तरह हम सच की आत्मा अऊर भ्रम की आत्मा ख पहिचान लेजे हंय।
“मोरो बाप न मोख सब कुछ सौंप दियो हय; अऊर कोयी नहीं जानय कि बेटा कौन हय केवल बाप, अऊर बाप कौन हय यो भी कोयी नहीं जानय केवल बेटा को अऊर ऊ जेक पर बेटा ओख प्रगट करनो चाहेंन।”
यानेकि सत्य की आत्मा, जेक जगत स्वीकार नहीं कर सकय, कहालीकि ऊ नहीं ओख देखय हय अऊर नहीं ओख जानय हय; तुम ओख जानय हय, कहालीकि ऊ तुम्हरो संग रह्य हय, अऊर ऊ तुम म रहेंन।
पर जब ऊ मतलब सत्य को आत्मा आयेंन, त तुम्ख सब सत्य को रस्ता बतायेंन कहालीकि ऊ अपनो तरफ सी नहीं कहेंन पर जो कुछ सुनेंन उच कहेंन, अऊर आवन वाली बाते तुम्ख बतायेंन।
पिलातुस न ओको सी कह्यो, “त का तय राजा आय?” यीशु न उत्तर दियो, “तय कह्य हय कि मय राजा आय। मय न येकोलायी जनम लियो अऊर येकोलायी जगत म आयो हय कि सत्य की गवाही देऊ। जो कोयी सत्य को आय, ऊ मोरी आवाज सुनय हय।”
पवित्र आत्मा स्पष्टता सी कह्य हय कि आवन वालो समयो म कितनो लोग भटकावन वाली आत्मावों, को पीछू चलेंन, अऊर विश्वास ख छोड़ देयेंन अऊर भटकावन वाली आत्मावों अऊर दुष्ट आत्मा द्वारा सिखायी हुयी बातों को पीछू चलेंन।
कि तुम उन बातों ख जो पवित्र भविष्यवक्तावों न पहिले सी कहीं हय, अऊर प्रभु अऊर उद्धारकर्ता की ऊ आज्ञा ख याद करो जो तुम्हरो प्रेरितों को द्वारा दी गयी होती।
हे प्रियो, हर एक आत्मा को विश्वास मत करो, बल्की आत्मावों ख परखो कि हि परमेश्वर को तरफ सी हंय कि नहाय; कहालीकि बहुत सो झूठो भविष्यवक्ता पर जय प्राप्त कर लियो हय।