9 उके बचन हे बिस्वास हे बने रहै चाही, जसना उके सिक्छा दय गय रहिस, ताकि मनसे के सही सिक्छा दइके उनही सिखाय सकै, अउ बचन के बिरोध हे बहस करै बाले के बिस्वास देबाय सकै।
काखे अक्ठी असना टेम आही जब ऊ खरी सिक्छा के सह न सकहिन, ऊ अपन इक्छा पूर करै के निता असना गुरू के अकजुट करही, जउन उनही केबल कानन के निक्खा लगै बाले सिक्छा दइहिन।
हे मोर पिरिया संगी, मै बोहत चाहथो कि तुमके ऊ मुकति के बारे हे लिखो, जेहमा हम सहभागी हबन, मै तुमके लिखे के अउ तुमके खुस करै के जरूरी समझो ताकि तुम ऊ बिस्वास के निता मेहनत करथा, जेही भगवान अपन पवितर सेबक के अक्कै बेर निता सउप दय हबै।