12 उनखरै मसे अक्ठी झन ग्यानी मनसे कथै, “क्रेती टापू हे रहै बाले मनसे हरमेसा झूठ, दुस्ट पसु अउ आलसी अउ लदहा होथै।”
काखे कि हम उहै हे जिन्दा रहथन अउ चलत फिरत अउ स्थिर रथन, इहै मेर खुद तुम्हर लेखक कथै, काखे हम उहै के लरका हबन।
अउ यहूदी अच्छी धारन करैबाले मनसे क्रेती अउ “अरब कर रहैबाले हम सबझन भगवान कर चकित के काम के अपन-अपन भासा हे सुनथन”
ऊ बन्दरगाह अगहन के टेम रथै इहैनिता मनसे फीनिक्स पहुंच के उछो जाड उहै छो गुजारब, अउ निस्चय करिन कि फीनिक्स क्रेते असना माल उतारै बाले हबै, जेखर दख्खिन अउ दिन बुडती अउ उत्तर दिन बुडती दोनो के आगू पडथै।
जब दख्खिन हबा चुटु-चुटु चलै लागथै, ता उन सोचिन जसना उन चाहथै ओसनेन रही ता उन लोहा के सांकड के उठाय के क्रेते के टाठा-टाठा पहुंच गइन।
धीम-धीम परेसानी लग आगू बढत कनिदुस के आगू पहुंचेन, काखे बडेरा हमही आगू नेहको बढै देथै, ता हम सलमोने के आगू लग क्रेते के आड हे अपन नाह जिहाज के बढामै लगन।
काखे असना मनसे हमर परभु मसीह के सेबा नेहको करथै, पय अपन पेट के निता सेबा करथै अउ चिकनी चुपडी बातन लग सिधे साधे मन के मनसेन के बहकाय देथै।
उन मनसे के आखरी हे बिनास हबै, ऊ खाना के अपन भगवान बनाय लेथै, अउ असना बात हे गर्व करथै, जिनखर उप्पर लजाय चाही, उनखर मन दुनिया के चीज हे लगे हर हबै।
हइ उन ठगरा मनसेन के कपट के कारन होही, जिनखर मन मरे पडे हबै, माना जरत हर लोहा लग आंके गय हबै,
मै इहैनिता तोके क्रेते हे छांड आय रथो कि तै बचे हर बातन के सुधार, अउ मोर आदेस के जसना सहर-सहर सियानन के नियुक्त करै।
हइ मनसे उन निरबुध्दि पसुन के जसना हबै, जिनखर पइदा असना पसुन के जसना होय हबै कि इनही पकरके इनही काटे जाय, उन असना बातन के निन्दा करथै, जेखर इनही कउनो ग्यान नेहको हबै, उन पसुन के मेर नास हुइ जइही,
बओर के टोरवा बिलाम के जसना, जउन अधरम के कमाय हर पइसा के लालच करिस, यहों सच्चाई के सिध्धा रास्ता के छांड के भटक गइस,