3 हइ धुंवा मसे चिड्डा निकड के भुंइ हे बगर गइन, उनके उहै सक्ति दय रहिस जउन भुंइ हे बीछी के होथै।
यीसु अपन चेलन लग कथै, सुना मै तुमके सपुवा अउ बीछी के गोड लग कचरै, अउ बैरी के सगलू सक्ति के कुचरै के सक्ति दय हबो, अउ कउनो तुमही नुसकान नेहको पहुंचाय सकही।
चिड्डा के कउ के जान ले का हक नेहको मिले रथै, बलुक पांच महिना तक पीरा दे के हक दय गय रथै, हइ पीरा ओसना रथै, जसना बीछी के चाबै लग होथै।
अउ अब देखा कि ऊ चिड्डा युध्द के निता तइयार करे हर घोडवा के जसना दिखत रहै, उनखर मूड हे सोना लग मुकुट बांधे रथै, उनखर मुंह मनसे के जसना रथै अउ उनखर दांत बघवा के जसना रथै।