अउ जउन भटक गय हबै, उनही पछताप करै हे फेरै लाय जही, अपन नुसकान के निता उन हरबेर भगवान कर टोरवा के क्रूस हे चढाथै अउ उनके सगलू मनसेन के आगू बेज्जती करथै।
भगवान उन मनसेन के चेतावनी देय के निता, जउन भभिस्य हे पाप करैका सोचहीं, ता सदोम अउ अमोरा के सहर के भसम करके बिनास के सजा दइस, कि उन आमै बाले पापिन के निता उदाहरन बन जाय। असना सजा दयइस कि उनही नास करके राख के दइस,
इहै मेर मै तुमही हइ सुरता दिलामै चाहथो, कि सदोम अउ अमोरा अउ ओखर अगल-बगल के सहर हे हइ दूतन के जसना गलत काम हे फस गय रहै, अउ पराय देह के पाछू दउडत रहन, उनही अनन्त काल तक नेहको बुझै बाले आगी हे झपोय जाय के निता सजा दय गइस, ऊ हमर निता उदाहरन के रूप हे ठहरे हबै।
उहै टेम बोहत भुंइडोल हुइस अउ सहर के दसमा भाग माटी हे मिल गइस, सात हजार मनसे भुंइडोल हे मर गइन अउ जउन बच गइन, उनखर भित्तर डर समाय गइस अउ उन स्वरग के भगवान के धन्यबाद महिमा करै लगिन।
तब अंगूर सहर के बाहिर कुन्ड हे रउंदे गइस अउ ऊ कुन्ड हे खून बहिस, खून के लम्बाई तीन सव कोस के दुरिहां तक फइल गइस अउ घोडवा के लगाम के उंचाई तक पहुंच गइस।