“यूहन्ना बतिस्मा देय बाले के आमै तक मूसा कर नियम अउ ग्यानी मनसे परभावित रथै, ओखर बाद भगवान कर राज के संदेस सुनाय जथै अउ बोहत मनसे भगवान कर लिघ्घो आमैके परयास करत हबै।
भगवान के बडा सक्ति हमही ऊ सब दय हबै, जउन भक्ति के जीवन के निता जरूरी हबै अउ हमही ओखरे ग्यान पामै के ओग बनाय हबै, जउन हमही अपन महिमा अउ निक्खा काम करै के निता बुलाय हबै।