तुम सब के बारे हे मोर निता असना सोंच बढिहा हबै, काखे तुम सब मोर मन हे बसे हबा, अउ न बलुक तब जब मै जेल हे बेडररे रहों, तबो मै संदेस के सत्य के मदत करत ओखर परतिस्ठा हे लगे रहों, तुम सब ई खासके मोर संग अनुगरह हे सहभागी रहे हबा।
हे फिलिप्पी, तुम जानथा, संदेस के परचार उन सुरु रोज हे जब मै मकिदुनिया के छांडे रहों, ता लैय देय के बारे हे तुम्हर मंडली के छांडके कउनो अउ मंडली मोर मदद नेहको करिन।
मोर सच्चा सहकर्मी तुम्हर लग मोर बिनती हबै कि इन डउकिन के मदद करा, क्लेमेन्ट अउ मोर दूसर सहकरमी समेत संदेस के परचार हे मोर संग बने रहे, उनखर नाम जीवन के किताब हे लिखे गय हबै।
परभु मोर संग रथै अउ उन मोके सक्ति दय रथै कि मोर दवारा संदेस के घोसना पूरी तरह खतम हुइ जाय अउ सगलू दूसर जात के मनसे इके सुन सकै, मै बघवा के मुंह लग बचाय लय गय हव।