3 कि तोर भला होय, अउ तै भुंइ हे बोहत रोज जिन्दा रइहे।”
“अपन दाय-बाफ के इज्जत करा हइ पहली आदेस हबै जेखर संग टीमा हबै,
हे बाफो, अपन लरकन के गुस्सा झइ देबाबा, बलुक परभु के सिक्छा अउ निरदेस देत उनखर पालन पोसन करा।