यीसु ओखर लग कथै, “मोके झइ छि काखे मै अब तक बाफ के लिघ्घो उप्पर नेहको गयों, पय मोर भाई के लिघ्घो जाय के उनही कहि दे, कि मै अपन बाफ अउ तुम्हर बाफ अउ अपन भगवान अउ तुम्हर भगवान के लिघ्घो उप्पर जथो।”
स्वरग लग उतरे हर ऊ जीवन के रोटी हे आंव, अगर कउ हइ रोटी मसे खाही, ता ऊ सबरोज जिन्दा रही अउ जउन रोटी मै देहुं, ऊ मोर देह हबै जउन मै दुनिया कर मनसेन के निता बलि करिहों।
पय हम हइ देखथन कि यीसु कुछ टेम के निता स्वरगदूतन लग नान बन गइस, पय मिरतू लग गुजरै के बाद यीसु के महिमा अउ इज्जत के मुकुट पहिनाय गइस, हइ मेर ऊ भगवान के अनुगरह किरपा लग हर अक्ठी मनसेन के निता मिरतू के मिठास चीख सकै।