इहैनिता मै तुमही गुठेथो, कि मै तुम्हर लिघ्घो ग्यानी मनसे अउ दिमाक बाले अउ गुरू के पठोहूं, तुम उन मसे कुछ के मार डरिहा अउ बोहतन के क्रूस हे टंगइहा अउ कुछ के अपन मंडली हे कोडा मरिहा अउ सहर-सहर हे मारत फिरिहा।
काखे मै तुम्हर लग कथो, तुम जउन कुछ देखथा, उनके केतका ग्यानी मनसे अउ राजा देखै चाहथै, पय उन उके नेहको देख पाइन, अउ जउन बात तुम सुनथा, उन उके सुनै चाहथै, पय उन उके सुन नेहको पाइन।”
जब ऊ सही के आतमा आही, ता तुमही सगलू सही के रास्ता तुमही गुठेही, काखे ऊ अपन तरफ लग नेहको कहि, बलुक ऊ जउन कुछु सुनही उहै कहि अउ तुमही आमै बाले बातन के बारे हे गुठेही।
ओखर लग कथै, तुम जानथा कि गैर यहूदी के संग उठक बइठक करना या ओखर इहां जाबे अउ यहूदी कर निता अधरम बेकार हबै, पय भगवान मोके गुठे हबै, कि कउनो मनसे के अपवितर या असुध्द मनसे नेहको गुठेहूं।